निजामुद्दीन सिद्दीकी की रिपोर्ट
बढ़नी, सिद्धार्थनगर
कोरोना वायरस (COVID-19) नियंत्रण के लिए जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक विजय ढुल द्वारा लगातार जिले के प्रमुख स्थानों का निरीक्षण कर लॉकडाउन को सफल बनाने के लिए उठाया गया कदम बहुत ही सराहनीय है, लॉकडाउन के नियमों का बहुत सख़्ती से पालन कराया जा रहा है, वहीँ लोगों द्वारा की जा रहीं खरीद-फरोफ्त बहुत कम देखने को मिलती रही हैँ जिससे देश व समाज के लिए राहत का विषय है, जिले के ऊर्जावान जिलाधिकारी दीपक मीणा व पुलिस अधीक्षक विजय ढुल खुद गाँव गाँव जाकर लोगो को जागरूक कर रहे हैँ। आपको बताते चले की जिलाधिकारी दीपक मीणा व पुलिस अधीक्षक विजय ढुल बार बार अपने अपील मे कहते हैँ की वर्तमान समय में सबसे पहला काम अपनी जान बचाना हैं, कोरोना के कहर से पूरी दुनियां परेशान हैं यहीं नहीं भारत मे भी तेजी से इसका प्रकोप बढ़ रहा है, आप लोग अपने अपने घरों मे रहे हैँ आपका जीवन हमारे लिए अनमोल है, लेकिन अफ़सोस है की शासन प्रशासन के बार बार अपील करने के बाद भी बढ़नी ब्लॉक ग्राम पंचायत बसावन पाकर उर्फ़ मदरहिया मे कुछ सरफिरे खुद को ताना शाह समझ कर व सरकार के फरमान को ताख मे रख कर लॉकडाउन की धज्जियां उड़ा रहे हैँ इन्हें न अपने जान की परवाह है न किसी और की बस इन्हें मस्ती करने से मतलब है, यहाँ तक की इस महामारी मे इन्हें अपने जान जाने का भी डर नहीं और शासन प्रशासन का डर तो बिल्कुल नहीं है,लेकिन एक बात समझ मे नहीं आ रहा है की जिलाधिकारी दीपक मीणा व पुलिस अधीक्षक विजय ढुल के सशक्त निर्देश पर शासन प्रशासन अगर खरा उतर रहा है तो आखिर मे ग्राम पंचायत बसावन पाकर मे लॉकडाउन के धज्जियां उड़ाने की कुम्हारी कैसी छायी हुयी है?ग्राम पंचायत में लोग यही कह रहा है कि कही एक आदमी की बदौलत कही पूरा गांव कोरोनावायरस की चपेट में आ गया तो जिला प्रशासन की शख्ती का क्या असर होगा।



