आर के पाण्डेय की रिपोर्ट
प्रयागराज
भले ही केन्द्र व प्रदेश की सरकारें कोरोना वायरस से लड़ने के लाख जतन बता रही हो किन्तु पुलिस की निष्क्रियता के चलते कोटवा गाँव की साप्ताहिक बाजार नहीं बंद हुई, साथ ही ग्रामीणों में बदलाव भी नहीं देखने को मिल रहा है.
प्रधानमंत्री द्वारा घोषित जनता कर्फ्यू के बाद लगाये गये प्रतिबंधों पर जहाँ स्कूल, कालेज, मंदिर, दुकान आदि बंद कराने के साथ साप्ताहिक बाजार में एकत्र होने वाली भीड़ पर भी प्रतिबंध है, जिससे कोरोना वायरस न फैल सके, इसके बावजूद भी सरायइनायत पुलिस इस तरह निष्क्रिय रही कि कोटवा गाँव की साप्ताहिक बाजार गुरुवार की शाम गुलज़ार रही जहाँ हजारों की संख्या में भीड़ एकत्र हुई. जहाँ प्रदेश व देश की सरकार पूर्ण रूप से लाक डाउन की घोषणा कर कोरोना वायरस से लड़ने में सहयोग प्रदान करने की अपील जनता से कर रही है साथ ही घर बैठे जरुरत की चींजो को डोर टू डोर पहुंचाने के वादे भी कर रही किन्तु इस तरह यदि भीड़ एकत्र होती रही तो हालात नियंत्रण से बाहर हो जायेगा. इसी तरह उक्त थाना क्षेत्र के सुदनीपुर गाँव स्थित मनपूरन नाथ मंदिर पर दबंगों का इस तरह दबाव है कि पुजारी से आये दिन विवाद कर मंदिर खोलवा कर पूजा अर्चना कर रहे है जिससे मंदिर में भीड़ एकत्र हो रही है.. समाज के इन दुश्मनों को चिन्हित कर इनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही न की गयी तो कोरोना वायरस से लडाई किसी भी हालात में नहीं लडी जा सकती है. सरायइनायत पुलिस शुक्रवार व सोमवार को लगने वाली ककरा, हनुमानगंज की बाजार तथा कोटवा, रिठैया, छिबैया, की साप्ताहिक बाजार व मंदिर व किराना की दुकान में लगने वाली भीड़ न बंद करा सकी तो स्थित बदतर होने में देर नही लगेगी. इन्हीं लापरवाही के चलते अमेरिका व इटली की हालत दयनीय हुई है.।