अयोध्या मामले पर समाजसेवी पतविंदर सिंह की सद्भावना चौपाल
पर्दाफाश न्यूज
प्रयागराज
समाजसेवी सरदार पतविंदर सिंह ने अयोध्या मामले पर अपने युवा सहयोगी के साथ आज पदयात्रा करते हुए विभिन्न धर्मों के बीच में चौपाल लगाकर अयोध्या मामले पर कहां की अब एक महीने में किसी भी दिन फैसला सुनाया दिया जाएगा लिहाजा दोनों समुदाय के लोग गंगा यमुना तहजीब को बनाए रखें और सम्मान के साथ फैसले को कबूल करें समाजसेवी सरदार पतविंदर सिंह ने आगे कहा कि महान गुरु श्री गुरु नानक देव जी महाराज ने अपने शब्द गायन में दोनों समुदाय को संबोधित करते हुए बहुत सुंदर कहा है कि कोई बोले राम राम कोई खुदाएं
कोई बोले राम राम कोई खुदाएं कोई सेवै गोसैया कोई अल्लाहे l
कारण करन करीम .
कृपा धारे रहीम .l
कोई बोले राम राम कोई खुदाएं
कोई नहावे तीर्थ कोई हज जाए कोई करे पूजा कोई सिर निवाये
कोई बोले राम राम कोई खुदाएं
कोई पढ़ें वेद कोई कतेब
कोई ओढ़े निल कोई सुपेद l
कोई बोले राम राम कोई खुदाएं
कोई कहे तुर्क कोई कहे हिंदू
कोई बांछे भिस्त कोई सुरगिधु l कोई बोले राम राम कोई खुदाएं
कहे नानक जिन हुक्म पढ़ाता प्रभु साहिब का तिन्नी भेद गाता l समाजसेवी सरदार पतविंदर सिंह ने कहा कि श्री गुरु नानक देव महाराज जी ने अपने शब्दों में कहा है कि दोनों समुदाय अपने अपने तरह से परमपिता परमात्मा का ध्यान करते हैं किंतु वह एक है नाम अनेक मनुष्य को उसके नाम पर लड़ना नहीं चाहिए प्रेम बांटना चाहिएl
पुनीत अरोड़ा ने कहा कि सभी पक्षों को उसका सम्मान करने के लिए तैयार रहना चाहिए उचित यह होगा कि दोनों पक्ष इसके लिए माहौल बनाएं कि जो भी फैसला आए उसे सभी स्वीकार करें यह समय किसी भी तरह की दावेदारी जताने का नहीं बल्कि यह सुनिश्चित करने का है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान हो निसंदेह यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी उनकी अधिक है जो अयोध्या मामले की सुनवाई से जुड़े रहे हैंl किंतु हमें भी आपसी भाईचारा बनाने के लिए हर स्तर पर कार्य करना हैl
दलजीत कौर ने कहा कि जब फैसला आए तो शांति और सद्भाव बनाए रखें हम अदालत के फैसले का सम्मान करें भले ही वह कुछ भी हो हमें न्यायपालिका का सम्मान करना है फैसला जो भी हो हमें स्वीकार करना चाहिए और उसका सम्मान करना चाहिएl सद्भावना चौपाल पदयात्रा में मोहम्मद मामून. इश्तियाक खान. विकास अरोरा. अबजीत मसीही. आशीष शर्मा. गुलजार. आदि ने राष्ट्रीय एकता अखंडता को बनाए रखने पर अपने विचार रखे।
