आर के पाण्डेय की रिपोर्ट
प्रयागराज
प्रयागराज जैसे पौराणिक, ऐतिहासिक व राजनैतिक महानगर में आज भी एक बड़े भूभाग के नागरिकों को पिछले 72 सालों से विकास की एक किरण भी देखने को नसीब नही हुई है।

जानकारी के अनुसार आजाद भारत को पांच प्रधानमंत्री देने वाले व वर्तमान में भी केंद्र व राज्य की सत्तासीन सरकार में अहम रोल निभाने वाले प्रयागराज के एक बड़े तबके को आजादी का कोई लाभ तक नही मिला है।

बता दें कि पुराने यमुना ब्रिज के नीचे व रेलवे कॉलोनी में हजारों की संख्या में ऐसे परिवार हैं जिनका पूरा जीवन नरकीय बना हुआ है लेकिन उनकी सुध लेने वाला कोई नही है। इन बेसहारा गरीबों को वोट देने के बाद बोलने का भी अधिकार नही है। इनके इलाके में प्रधानमंत्री आवास, शौचालय, एक अदद विद्यालय व अस्पताल तक की सुविधा भी इन्हें मयस्सर नही है। अब देखना है कि मोदी है तो मुमकिन है का नारा देने वाली वर्तमान सरकार में क्या इन गरीबों का विकास मुमकिन हो पायेगा?
