आर के पाण्डेय की विशेष रिपोर्ट
विक्रमजोत, बस्ती

जनपद के हर्रैया तहसील अंतर्गत विक्रमजोत ब्लॉक के दुबौली दूबे गौशाला में भ्रष्टाचार व्यापक स्तर पर पांव पसार चुका है जहां देखभाल के अभाव में गायें लगातार मर रही हैं। कल के बीमार गौवंश के आज मरने के साथ ही अब तक कुल 6 गायों की मौत हो चुकी है।
जानकारी के अनुसार कल ही हियुवा के सदस्यों ने इस गऊशाला का निरीक्षण किया था व तमाम खामियों को उजागर भी किया था। कल जिस गौवंश को बीमार बताया गया था उसने इलाज व देखभाल के अभाव में आज दम तोड़ दिया। अभी तक यहां कुल 06 गायों की मौत हो चुकी है। इस बावत ग्रामवासियों ने बताया है कि मृतक गायों को बिना मेडिकल चेक अप किये जबरन ग्राम प्रधान द्वारा जमीन में गाड़ दिया जाता है जबकि पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ0 आर0एन0 वर्मा ने मौके पर जाकर मेडिकल निरीक्षण व रिपोर्टिंग की बात बताई तो बीडीयो ने मौके का मुआयना करने की बात की। इस बावत एसओ छावनी ने बताया कि यह प्रकरण एसडीम के क्षेत्राधिकार का है अतएव पुलिस इसमें कुछ नही कर सकती जबकि एसडीएम हर्रैया ने गैर जिम्मेदाराना रूप से कहा कि गाये तो मरती रहती है फिलहाल वह इस प्रश्न का जवाब नही दे सके कि आख़िर इस गौशाला में बाउंड्री क्यों नही है व मौके पर केवल एक श्रमिक देखरेख में है जबकि चार व्यक्तियों की व्यवस्था होनी चाहिए व कान में टैग लगे गौवंश बाहर कैसे घूमते रहते हैं। दिलचस्प तथ्य यह भी सामने आया है कि जिस गौवंश की आज मौत हुई है उसे ग्रामवासी, बीडीयो व पशु चिकित्सा अधिकारी इसी गौशाला का बता रहे है व उसके कान में टैग भी लगा थ जबकि एसडीएम हर्रैया इसे जंगली पशु कह रहे हैं। जिस प्रदेश के सीएम योगी जी खुद गायों का विशेष ध्यान रखते हुए सीएम हाउस में भी गाय पालते हैं वहीं यह बेहद निराशजनक है कि एसडीम हर्रैया को इस गौशाला के गायों की कोई परवाह नही है। फिलहाल सम्बन्धित प्रकरण की शिकायत आईजीआरएस पर हो चुकी है जिसकी जांच क्षेत्राधिकारी (पुलिस) हर्रैया को मिली है। इस गौशाला में गायों की दुर्दशा से स्थानीय नागरिकों में भारी आक्रोश व्याप्त है।
