आर के पाण्डेय की रिपोर्ट
प्रयागराज

प्रयागराज जनपद में एक प्रचारक पीठासीन अधिकारी की चुनाव आयोग से शिकायत व इस खबर के मीडिया में प्रकाशित हो जाने पर चुनाव आयोग ने सख्त रुख अख्तियार करके नोटिस जारी कर कल 02 मई 2019 को ही शाम तक आख्या तलब की थी परन्तु ऊंची पकड़ वाले बीएसए अपने मातहत पीठासीन अधिकारी को बचाने में जुटे हुए हैं। जानकारी के अनुसार शैलेन्द्र प्रताप सिंह, प्रधानाध्यापक, प्राथमिक/पू0मा0 विद्यालय पीड़ी, प्रयागराज वर्तमान में संकुल प्रभारी भी हैं व लोकसभा चुनाव 2019 को निष्पक्ष सम्पन्न कराने के लिए निर्वाचन विभाग द्वारा पीठासीन अधिकारी भी बनाये गए हैं लेकिन वह अपने दायित्व के विपरीत इलाहाबाद संसदीय सीट से गठबंधन के प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार कर रहे हैं जोकि खुद शैलेन्द्र प्रताप सिंह के फेसबुक, हवाट्सएप्प आदि सोशल मीडिया अकॉउंट्स से प्रचारित है। शैलेन्द्र प्रताप सिंह इलाहाबाद संसदीय क्षेत्र के करछना विधानसभा अंतर्गत करछना के सोनाई के निवासी है व अल्लापुर में भी मकान बना रखा है तथा अकूत चल-अचल संपत्ति के मालिक भी हैं व बेसिक शिक्षा विभाग में ऊंची पकड़ रखते हैं। बता दें कि उपरोक्त शैलेन्द्र प्रताप सिंह की चुनाव आयोग से शिकायत किये जाने व उसके मीडिया में खबरे प्रकाशित होने पर चुनाव आयोग ने संज्ञान लेकर 02 मई 2019 को ही नोटिस जारी करके उसी दिन शाम तक आख्या तलब की थी परन्तु ऊंची पकड़ वाले बीएसए प्रयागराज अब अपने मातहत पीठासीन अधिकारी को बचाने में जुट गए हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार संजय कुमार कुशवाहा, बीएसए प्रयागराज खुद को केशव प्रसाद मौर्या, डिप्टी सीएम का बेहद करीबी रिश्तेदार बताते है जोकि प्रयागराज जनपद में चर्चा-ए-आम है व बीएसए की भी शिकायत आयोग से की जा चुकी है। फिलहाल देखना दिलचस्प होगा कि अब आयोग क्या फैसला लेता है परन्तु इस पीठासीन अधिकारी शैलेन्द्र प्रताप सिंह व बीएसए संजय कुमार कुशवाहा जैसे अधिकारियों के उनके पद पर बने रहते निष्पक्ष चुनाव की कल्पना नही की जा सकती है।