
मनोज शुक्ला की रिपोर्ट
बढ़नी, सिद्धार्थनगर
ग्रामीण क्षेत्र के खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखारने के उद्देश्य से बढ़नी के घरुवार में बना स्टेडियम बदहाल हो गया है जिसके जिर्णोउद्धार के लिए कोई योजना नही बनाई गयी। जिसके कारण यहाँ के खिलाड़ियों के अरमान टूट गए है इस स्टेडियम में जहाँ पहले खिलाड़ियों की धमाचौकड़ी होती थी अब यहां पर जानवरो की धमाचौकड़ी हो रही है।
खिलाड़ियों का यह मैदान पशुओ के चारागाह में तब्दील हो चुका है। वर्ष 1998 में ग्रामीण खेल स्टेडियम का निर्माण घरुवार में हुआ था यहाँ पर खिलाड़ियों के लिए व्यायामशाला का भी निर्माण कराया गया था। परन्तु कार्यदायी संस्था द्वारा निर्माण के समय गुवत्ता का ख्याल नही रखा गया। जिसके कुछ समय के बाद भी बने स्टेडियम भवन बदहाल हो गया। लाखो रुपये के सामान भी बर्बाद हो गए। यह स्टेडियम देख रेख के अभाव में समय के साथ स्टेडियम की दशा खराब होती गयी जिसे ठीक कराने के लिए कोई कदम नही उठाया गया। स्टेडियम के बदहाल होने के बाद यहाँ के खिलाड़ी गांव व नगर की गलियों में दौड़ भाग करने के साथ ही खाली जगहों पर अपनी खेल तैयारियां पूरी करते है। जिसको लेकर क्षेत्र के खिलाड़ियों में मायूसी है।
चंदन सिंह क्रिकेटर का कहना है कि ग्रामीण स्तर के खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए ब्लाक स्तर पर सुसज्जित स्टेडियम की आवश्यकता है, जिससे यहाँ के युवाओं को अपने प्रतिभाओ को निखारने के मौका मिल सके, साथ ही फिरोज रिजवी का कहना है कि स्टेडियम आज बदहाल स्थिति में है ।जिससे स्थानीय खेल प्रतिभाओ को कोई लाभ नही मिल पा रहा है, शम्भू नाथ गुप्ता का कहना है कि देश मे लगभग सभी खेलो को बढ़ावा देने के लिए लीग की शुरुआत की गई है । छोटे से छोटे स्तर का खेल प्रतिभाओ को निखारकर आगे बढ़ने का मौका दिया जा रहा है। शम्भूनाथ का चयन वीर बहादुर सिंह स्पोर्ट कालेज गोरखपुर में हुआ जहा से निखरकर उन्होंने प्रदेश की विभिन्न टीमो में खेलते हुए देश के कोने कोने में अपनी प्रतिभा लोहा मनवाया इसके अलावा मयंक सिंह,दीपक गुप्ता,रिया श्रीवास्तव,संजीव कुमार का भी चयन गोरखपुर के वीवीएस स्पोर्ट कालेज में हो चुका है। वर्तमान में यहां के संजीत कुमार 14 वालीवाल अंडर -14 टीम में खेल रहे है ।